हर दिन, हजारों लोग साइबर हमलों का शिकार होते हैं और उनकी व्यक्तिगत जानकारी खतरे में पड़ जाती है।
यह पहल न केवल हमारी सुरक्षा को बढ़ावा देती है, बल्कि हमारी सांस्कृतिक धरोहर को भी पुनर्जीवित करती है।